हमारे शरीर की संरचना की शुरुआत बालों से होती है यह कहना गलत नहीं होगा। खोपड़ी जिसमें हमारा मस्तिष्क रहता है उसके ऊपर हमारे बाल ही तो होते हैं। महिलाओं और पुरुषों में समान रूप से सुंदर, घने और गहरे बाल उनकी अच्छी सेहत के परिचायक होते हैं। लेकिन अमूमन आज के टीन एजर्स और यूथ अपने फिगर को मेंटेन करने के चक्कर में अपनी लाइफ स्टाइल के साथ छेड़छाड़ करके अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ करते हैं और नतीजा उनके बालों को भी भुगतना पड़ता है। बालों की कमी, असमय सफेदी, बालों का झड़ना सिर में रूसी होना संकेत हैं आपकी सेहत में गड़बड़ी और शारीर में आवश्यक प्रोटीन्स, खनिजों और विटामिन्स की कमियों के। शरीर में जरूरी तत्वों की कमी का नतीजा है बालों की खराब सेहत और जाने-अनजाने कभी-कभी हम ही इनके जिम्मेदार होते हैं।
हमारी गलती
वर्तमान में युवाओं की सबसे बड़ी समस्या है स्लिम और ट्रिम होने की चाहत, जिसे वे अपने सुंदर व्यक्तित्व से जोड़कर देखते हैं। यह बात सही है कि शरीर में अनावश्यक चर्बी भी अस्वस्थता की निशानी है, लेकिन जरा ही मोटापा आया नहीं और स्लिम होने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाने लगे। इसके लिए लड़के और उनसे ज्यादा लड़कियां अपनी डाइट के साथ अन्याय कर रहे हैं। भूखे रहकर शरीर को आवश्यक पोषण और खनिज तत्वों से वंचित रख रहे हैं। डाइटिंग, एक्सरसाइज के नाम पर अति कर रहे हैं नतीजतन जरूरी पोषक तत्व, विटामिन, खनिज और प्रोटीन्स जिनकी आपूर्ति अच्छे भोजन से होती है, वह उन्हें नहीं मिल रही और जीरो फिगर मेंटेनिंग के चक्कर में सिर के बाल भी झड़ रहे हैं। जबकि ज्ञात रहे शरीर को मिलने वाले सभी पोषक तत्वों का संबंध सेहतमंद और सुंदर बालों से भी है, लेकिन फिगर मेंटेन करने का जुनून बनता है बालों का दुश्मन।
एक्सपर्ट कहते हैं
मुंबई के ट्राइकोलॉजिस्ट डॉ. अपूर्व शाह का कहना है कि आजकल किशोरों और युवाओं में बाल झड़ने के मामले उन्हें ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। वे कहते हैं कि बालों की अच्छे से देखभाल न करना, पोषक आहार न लेना और अधिकतर तनाव में रहना भी अन्य परेशानियों के साथ-साथ इसका सबसे बड़ा कारण है। बालों को प्रोटीन्स की आवश्यकता होती है, जिसे वे पालक, काबुली चना, सोया, μलेक्स सीड्स, दूध आदि से प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन फास्ट-फूड और आयली-स्पाइसी चीजों के मोह ने उन्हें इन आवश्यक तत्वों से वंचित कर दिया है। यहां तक की पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना भी उनके बालों की खराब सेहत का नतीजा है।
हिदायत और सावधनी
विशेषज्ञों का कहना है कि एक दिन में 50 से 60 बालों का गिरना सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इससे अधिक बालों का गिरना या अन्य परेशानियां खतरे का संकेत हैं। दूसरी ओर सिर्फ चिंतित होने से पहले आवश्यक है कि आपके बालों के साथ कोई समस्या है भी कि नहीं इसके लिए आप हेयर एनालिसिस करवा सकते हैं। इससे आपको बालों की कमजोरी या किसी अन्य परेशानी के बारे में पता भी चल सकता है। बालों को बांधकर सीधा करने की प्रक्रिया भी बालों की सेहत के लिहाज से खराब है। ब्यूटी पार्लर्स में तरह-तरह के शेप देने व बालों के साथ इस तरह के खिलवाड़ करने और करवाने वालों की भी कमी नहीं है। दूसरी ओर हिना या मेंहदी आपके बालों को नाजुक बनाती है, लेकिन नुकसान नहीं पहुंचाती। बालों में किसी प्रकार का ट्रीटमेंट करवाने के बाद खुजली होना, चकते पड़ना या फिर खोपड़ी की त्वचा में झुनझुनी आना भी गंभीर संकेत है।
यह भी रखें ख्याल
1. सप्ताह में तीन बार बालों में तेल लगाएं।
2. आठ घंटे की पर्याप्त नींद लें।
3. खाने में पर्याप्त पोषक भोजन लें।
कमजोर बालों को तौलिए से न रगड़े और हेयर ड्रायर का अधिकता से बालों में प्रयोग भी घातक है। आखिरी बात याद रखें बाल प्राय: प्रोटीन से बने होते हैं इसलिए डाइट में प्रोटीन की प्रचुरता अवश्य हो। सी फूड, सालमन में भी भरपूर पोषण है। मांसाहारी भोजन लेने वालों के लिए अंडा और चिकन सीमित मात्रा में लेना भी अच्छा होता है इसमे केरेटिन की प्रचुरता होती है, इसके अलावा लो फैट चीज, बींस, फल, सब्जियां, सूखे मेवे, हल्दी, हरी सब्जियां लेना बालों की सेहत के लिहाज से हितकर है।
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