Saturday, November 20, 2010

मधुमेह (डायबिटीस)क्या है

क्त में शर्करा का चयापचय ठीक ढंग से न होने के कारण रक्त में ग्लूकोस का स्तर बढ़ जाता है।बढी हुई शर्करा की यह मात्रा गुर्दो द्वारा भी ठीक तरह से अवशोषित नहीं हो पाती है ,जिससे मूत्र द्वारा शर्करा निकलने लगती है।रक्त शर्करा का स्तर सामान्य से अधिक हो जाने की इस स्थिति को मधुमेह कहते हैंमधुमेह एक जटिल रोग है। एक बार ये रोग हो जाने पर जीवन पर्यंत नहीं छोड़ता ।इसको नियंत्रित तो किया जा सकता है समय रहते। पर खत्म नहीं।इसका असर शरीर के सभी अंगो पर पडता है।
यह बिमारी आज तेजी से फैल रही है और अब तो ये बच्चों में भी तेजी से फैलने लगी हैजिसके कारण जीवन भर परहेज करना मुश्किल हो जाता है। मधुमेह रोग बहुत धीरे-धीरे फैलता है जो बहुत दिनों तक तो रोगी को इसका पता नहीं चलता। अधिकतर ये रोग ज्यादा वजन वाले व्यक्तियों में (चाहे औरत हो या मर्द) में देखा गया है पहले ये रोग बड़ों को होता था परंतु अब बच्चों भी होने लगा है। यह वंशानुगत भी होता है।
मधुमेह के  होने का कारण —मधुमेह तब होता है जब शरीर इंशुलिन  नहीं बना पाता ,या  इंशुलिन का उपयोग  नहीं कर पाता ,क्योंकि इंशुलिन ऐसा हार्मोन है जो रक्त की शर्करा को कम करता है। मैदे से बनी चीजें अधिक खाना, घी, तेल, मीठा, पौष्टिक भोजन कर श्रम न करना, जरूरत से ज्यादा आराम की जिंदगी बिताना या एक ही जगह पर कई घंटे बैठकर काम करना इससे उच्च रक्तचाप भी हो जाता है। गुर्दे पर इसका खराब असर पड़ता है।
शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में कहा है कि एक हफ्ते में 20 घंटे टीवी देखने से यानि एक ही जगह पर काफी देर तक  बैठे-बैठे  टीवी देखने से शरीर इंशुलिन  नहीं बना पाता तभी मधुमेह होता  है। मधुमेह के रोगी को अधिक मीठी चीजों से बचना चाहिये।मधुमेह के रोगी को अधिक प्यास लगती है। अधिक पेशाब लगती है।
लक्षण -मधुमेह के रोगी को अधिक प्यास लगती है। अधिक पेशाब लगती है।
कोई घाव हो गया तो जल्द ठीक नहीं होता।
पैरों की पिंडलियों में लगातार दर्द तथा ऐंठन रहना तथा सुन्न पड़ जाना।
शरीर की त्वचा सूखी रहना तथा पैरों के तलवे में जलन होना।
पेशाब में शर्करा आने से पेशाब में चींटी लगती है.
इससे बचने के लाभदायक नुस्खे-
  • मीठे फल, चावल, मैदे से बनी चीजें नहीं खाना चाहिये। शारीरिक व्यायाम करना, रोज सैर करना तथा अल्प भोजन करना चाहिये
  • बैंगनी रंग के सदाबहार के कोमल ताजे फूल या पत्तें एक कप उबलते पानी में डालकर पांच मिनट के लिये ढककर रख दें फिर फूल को पानी में मसलकर उसपानी को पी जाये फूल फेंक दें  प्रातः काल सेवन करें
  • एक कप पानी में 5 ग्राम मेथी डालकर भिगो दें। उसके बाद उसी पानी में मेथी पीसकर पी जाये इससे रक्त में शर्करा मिलना बंद हो जायेगा
  • चार चम्मच आंवले का रस, 1 चम्मच हल्दी, 1 चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें मधुमेह में लाभ होगा।(शहद की मात्रा बिल्कुल कम रखें)
  • दो तीन  करेले का रस प्रतिदिन पियें(बीज हटाकर) मधुमेह ठीक होगा
  • पूरी नीद लें ये जरूरी है वरना डायबिटीस होने का खतरा बढ जाता है
  • अपने खानपान पर ध्यान दे सिर्फ दवाईयों से काम नहीं चलता है अपनी लाइफस्टाइ को बदलें
  • उचित व्यायाम भी रोज करें वजन नियंत्रित रखें एक बार में ही पेट फुलाकर भोजन न करें बल्कि थोडा थोडा कई बार में खायें,रात का भोजन हल्का करें
  • यदि आप दवा खा रहें हैं तो नियमित लेते रहें साथ अपनी जांच करवाते रहें
  • डायबिटीस का सबसे सस्ता व आसान इलाज है हंसना ये एक रामबाण दवा है जो हमे डायबिटीस से दूर रखता है बताया गया है कि डायबिटीस के मरीज को भोजन के उपरांत हंसना चाहिये यानि हंसना एक व्यायाम के तौर पर कर सकते है इसके लिये तमाम क्लब या योगा में भी अब हंसने का एक व्यायाम होने लगा है इससे ब्लडशुगर नियंत्रित रहता
  • चने व जौ के आटे से बनी रोटी खायें
  • बेल के पत्तों को पीसकर कपड़े में बांधकर उसका जूस  तीन चार  चम्मच प्रतिदिन पीने से मधुमेह में लाभ होता है
  • चाय का बड़ा चम्मच शिलाजीत प्रतिदिन दूध में मिलाकर पियें। मधुमेह के रोग में फायदा होगा।
  • दिन में दो बार मूली खाने से लाभ होता है
  • मधुमेह के रोगियों को रोज सलाद में नींबू डालकर खाना चाहिये। इससे बहुत फायदा होता है जड़ से तो नष्ट नहीं होता मधुमेह परंतु काफी हद तक फायदा होता है साथ दवा भी खाते पहिये रोग को नियंत्रण में रखने के लिये
  • सुबह सूर्योदय से पहले घांसपर नंगे पैर सैर करें। इससे शारीरिक शक्ति व स्फूर्ति में विकास होता है
  • मधुमेह के रोगी अधिक शारीरिक परिश्रम से बचें
  • मधुमेह के रोगी को प्यास अधिक लगती है उसे नीबू पानी पीते रहना चाहिये इससे प्यास बुझती है बार बार भूख लगने पर खीरा खायें उससे भूख मिटती है  कच्ची सब्जियाँ जैसे गाजर मूली पालक कच्चा खायें या गाजर पालक का मिलाकर जूस भी पी सकते हैं जो आंखो की कमजोरी भी दूर करती है ।डायबिटीस के रोगियों को लौकी ,तोरई ,परवल ,पालक ,पपीता ज्यादा प्रयोग करना चाहिये
  • शलजम का प्रयोग करें इससे रक्त में होने वाली शर्करा की मात्रा कम होने लगती है शलजम एक रामबाण सब्जी है
  • जामुन-मधुमेय के रोगियों के लिये जामुन एक बहुत लाभदायक फल माना जाता है या यूं कहा जाय कि यह एक औषधि के रूप में है ।मौसम में जितना हो सके खायें मौसम जाने पर उसकी गुठली को सुखाकर रखलें इसकी बीजों में जंबोलिन नामक तत्व होता है जो स्टार्च को शर्करा में बदलने से रोकता है इसकी गुठली को सुखाकर इसका पावडर बना कर रख लें इसे दिन में एक एक चम्म्च पानी के साथ इसके सेवन करें
  • अच्छी तरह पकी हुई जामुन उबलते पानी में डालकर ढंककर रख दें आधे घंटे के लिये फिर उसे हाथ से मसलकर उसी पानी के तीन हिस्सा करके दिन में तीन बार पियें इसे नित्य पीते रहें काफी लाभ होगा

  • मधुमेह के रोगियों कोअधिक तर मोटा अनाज (जिसमें फाइबर अधिक हो अंकुरित अनाज,बिना छाना आटा)खाना चाहिये यानि मोटा खाओ सुखी जीवन बिताओ कारण इससे कैल्शियंम की कमी नहीं होती और आप तमाम बीमारियो से वैसे ही दूर रहेंगे ये सुपाच्य भी होता है
  • आज कल बहुत सी चीजों पर शुगर फ्री लिखा होता है जिसे मधुमेह के रोगी आंख बंद करके इस्तेमाल करते है पर इसके साथ- साथ उसमें और भी कई कंटेंट (दूध ,घी, खोया) जैसे फैट व कैलोरीज होते है आप शुगर फ्री लिखा देखकर इस्तेमाल करते है जिससे आपका मोटापा बढता है
  • मधुमेह से पीडित व्यक्ति को  नियमित व्यायाम अवश्य करना चाहिये(प्राणायाम )
  • कम कैलोरी वाले पदार्थखाते है तो आप की आयु अधिक होती है करण कई खतरनाक बीमारियाँ आपको नहीं घेरती
  • मधुमेह से पीडित व्यक्ति को जोड़ों का दर्द भी सताता है- तो सूखे नारियल खाते रहे दर्द ठीक हो जायेगा
  • खाली पेट अखरोट खायें घुटने पर मालिश करें आराम मिलेगा
  • अरण्ड के पत्ते व मेहंदी को पीसकर घुटनों पर लेप करें
  • कनेर की पत्ती उबालकर पीस लें इसे मीठे तेल ((तिल का तेल)के साथ मिलाकर लेप करें घुटनों पर
  • सरसों के तेल में अजवाइन, लहसुन पकाकर उस तेल से मालिश करें दर्द दूर होगा
  • अगर वायु प्रकोप से दर्द हो रहा हो तो एक  हिस्सा सोंठ दो हिस्सा गुड लेकर छोटी-छोटी गोलियां बनाकर दिनभर में तीन चार गोलियां ले आराम आयेगा
  • गुड और मोटे आटे का हलवा बनाकर खायें जोड़ों का दर्द ठीक हो सकता है
  • खड़े होकर पानी पीने से घुटने में दर्द होता है। पानी हमेशा बैठकर पियें

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