Wednesday, December 22, 2010

दूध क चाय जगह लेमन की चाय फायदा ज्यादा!

कई संपन्न देशों में चाय बिना दूध के ही पी जाती है और दूध की जगह होता है लेमन। क्योंकि इस बगैर दूध की चाय में छुपा है सेहत का राज। चाय के बारे में प्रकाशित एक नए शोध में कहा गया है कि चाय में दूध डालने से उससे होने वाले फायदे खत्म हो जाते हैं। इसके स्थान पर लेमन टी के कई फायदे हैं और इसका नियमित सेवन लाभकारी है। इसके लिए बगैर दूध की चाय के गुणकारी पक्षों के लिए परीक्षण 16 महिलाओं पर किया गया। चाय पीने के दो घंटे पहले और दो घंटे बाद तक इन महिलाओं की नसों पर निगाह रखी गई। इस परीक्षण में पाया गया कि जिन महिलाओं ने बिना दूध वाली या लेमन टी, पी, उनकी नसों में बेहतर संकुचन हो रहा था जिससे उनमें रक्त की आपूर्ति आराम से हो पा रही थी। इस शोध के प्रमुख विशेषज्ञों का कहना है कि इस जानकारी के बाद अब इस बात का कारण पता चल सकता है कि उन देशों में दिल की बीमारी के मामले क्यों हो रहे हैं जहां लोग बिना दूध वाली चाय पीते हैं

लेमन टी के फायदे
  • लेमन टी से मेंटल फ्रेशनेस आती है, क्योंकि लेमन में विटामिन सी की प्रचुरता है और यह प्राकृतिक एंटीआक्सीडेंट है।
  • जो लोग नियमित रूप से लेमन टी का प्रयोग करते हैं उनमें कैंसर की आशंका में कमी आती है।
  • रक्त शुद्ध होता है।
  • लेमन टी पाचन क्रिया को सुचारू और दुरुस्त बनाती है।
  • यह भी माना जाता है कि लेमन टी एंटीसेप्टिक के तौर पर कार्य करती है। 1680 के आस-पास से चाय में दूध डालने के बारे में प्रमाण मिलते हैं। मगर आज ब्रिटेन और उसके पुराने उपनिवेशों दूसरी ओर भारत या हांगकांग में ही वो चाय पी जाती है जिसमें दूध डाला जाता है। ब्रिटेन में हर साल लगभग साढ़े 16 करोड़ प्याली चाय पी जाती है भारत में तो चाय का प्रयोग बड़े पैमान पर होता है। तो अब आप कौर सी चाय पिएंगे।

2 comments:

अविनाश वाचस्पति said...

प्‍याज की जगह
क्‍या खायें
जो उठायें फायदा
एक ट्विटर कीजिए और एक प्‍याज लीजिए...

निर्मला कपिला said...

ममता बहुत अच्छी जानकारी। धन्यवाद। सच कहूँ मुझे डाँटना नही मै तो दूध मे पत्ती डाल कर ही चाय पी सकती हूँ बस। हा हा हा