अंग्रेजी में एक कहावत है ‘ड्रेस बैडली एंड दे रिमेमबर द क्लोथ्स, ड्रेस वेल एंड दे रिमेमबर द परसन’ जिसका मतलब है कि अच्छे पहनावे से इंसान की पहचान बनती है। हम सभी अच्छे पहनावे के बारे में जानते हैं, पर क्या हमें पावर ड्रेसिंग का ज्ञान है? आखिर पावर ड्रेसिंग होता क्या है? आज के दौर में आपका बाहरी रूप आपके व्यक्तित्व का अहम हिस्सा होता है, लेकिन इस लुक को बनाए रखना आसान भी नहीं है।
जिस तरह के पहनावे से हमारी एक अधिकारिक छवि बनती है और जिस तरह के कपड़ों से पेशेवर छवि की वृद्धि होती है उसे पावर ड्रेसिंग कहते हैं। आज के इस प्रतिस्पर्धा से भरे दौर में पावर ड्रेसिंग का महत्व और भी बढ़ गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक पावर ड्रेसिंग का कोई निश्चित फॉर्मूला नहीं है।
मिसाल के तौर पर एक डिजाइनर का काम करने वाले का पहनावा एक चित्रकार के पहनावे से अलग होगा। उसी तरह बैंकिंग या फाइनेंस के क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति का पहनावा एडवरटाइजिंग के क्षेत्र में काम करने वाले से अलग हो सकता है। यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि एक प्रोफेशन में अलग-अलग मौकों पर अलग-अलग पहनावे हो सकते हंै। कपड़ों के साथ-साथ व्यक्ति को अपने एक्सेसरीज का चयन भी ध्यान से करना चाहिए। इसके साथ-साथ हेयर स्टाइल, शेविंग एवं खासकर के लड़कियों के लिए मेकअप जरूरी सा हो गया है।
No comments:
Post a Comment