Sunday, October 24, 2010

फलों में छुपा मनुष्य की सेहत का राज

इन फलों को बनाते समय उसनेआकार का खास ध्यान रखा। अगर ध्यान से इनके आकार और आंतरिक संरचना का अध्ययन किया जाए तो पाएंगे कि यह मनुष्य के अंगों से काफी मिलते- जुलते हैं। साथ ही यह हमारे जिस अंग के जैसे दिखते हैं, शरीर के उसी हिस्से के लिए उतने ही उपयोगी हैं। यह बात विज्ञान ने भी साबित की है। शायद आपको इस बात पर यकीन नहीं हो रहा? तो आप खुद ही देख लीजिए

प्रकृति ईश्वर का मनुष्य को दिया सबसे खूबसूरत तोहफा है। कहा जाता है सृष्टि के रचयिता ने मनुष्य के जन्म के पहले पेड़-पौधे, पानी, जमीन और जानवरों को बनाया। साथ ही मनुष्य की जरूरतों के अनुरूप तमाम तरह के फलों और सब्जियों से प्रकृति को भर दिया। पौष्टिकता के मामले में इनका जवाब नहीं।

गाजर- गाजर के गुणों से सभी वाकिफ है। इसे गोल काटने पर यह बिल्कुल मनुष्य की आंख की तरह दिखती है। बीच के हिस्से को ध्यान से देखने पर यह आंख की पुतली की आकृति की नजर आएगी। इसके सेवन से रक्त की कमी को दूर किया जाता है। साथ ही आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होती है।

टमाटर- यह लाल रंग का होता है और इसमें चार कक्ष होते हैं। मनुष्य के दिल में भी चार कक्ष होते हैं और यह भी लाल होता है। विभिन्न शोधों में बताया गया है कि इसमें लाइकोपीन पाया जाता है। यह दिल के मरीजों के लिए लाभदायक होता है।

अंगूर- यह दिल के आकार में गुच्छे में लटकने वाला फल है। हर अंगूर रक्त कोशिका की तरह दिखता है। इसके सेवन से खून की मात्रा बढ़ती है।

अखरोट- अखरोट के बीच का हिस्सा छोटे से दिमाग की तरह दिखता है। इसकी सिलवटें नियो-कारटेक्स की तरह दिखती हैं। नियो-कारटेक्स स्तनधारियों के मस्तिष्क का हिस्सा है। यह मस्तिष्क के कार्य के लिए तीन दर्जन से ज्यादा न्यूरान ट्रांसमीटर विकसित करता है। टमाटर के सेवन से शारीरिक और मानसिक विकास अच्छा होता है।

सैलेरी- यह हड्डी की तरह दिखने के साथ उसकी ताकत को बढ़ाने का काम करती है। हड्डी में 30 प्रतिशत सोडियम होता है। इनमें भी यही मात्रा पाई जाती है। अगर आपके खाने में ज्यादा सोडियम नहीं है तो शरीर की हड्डियों में खिंचाव आ जाता है और यह कमजोर हो जाती हैं। इसके सेवन से हड्डियों की जरूरतें पूरी होती हैं।

एवाकेडो, बैगन और नाशपाती- आकार के हिसाब से यह गर्भ और महिला के गर्भाशय ग्रीवा की तरह दिखते हैं। हाल के शोधों में यह बात निकलकर आई है कि कोई महिला हफ्ते में एक बार एवाकेडो खाती है तो उसका हार्मोस संतुलित रहता है और सरवाइकल कैंसर से बचाव होता है। एक औरत को मां बनने में नौ महीने का समय लगता है। इतना ही समय एवाकेडो को कली से फल पकने तक में लगता है।

अंजीर- यह बीज से भरा फल होता है। पेड़ पर इसके दो फल एक साथ बढ़ते हैं। यह पुरुषों के शुक्राणुओं की गतिशीलता के साथ उसकी संख्या को बढ़ाते हैं।

आलू- यह पैंक्रियाज [अग्नाश्य] की तरह दिखता है। यह डायबिटिज के मरीजों में ग्लूकोज के स्तर के अनुरूप कार्बोहाइड्रेट बनाता है।

ओलिव [जैतून]- यह दिखने में अंडाशय की तरह होता है। इसका सेवन भी स्वास्थ्य और अंडाशय के लिए उपयोगी होता है।

संतरा- आम तौर पर खट्टे फल महिलाओं के स्तन की भांति दिखते हैं। यह वास्तव में स्तनों के स्वास्थ्य के लाभकारी होता है।

प्याज- यह शरीर की कोशिकाओं की तरह दिखता है। हाल ही में शोध में यह बताया गया है कि प्याज शरीर की कोशिकाओं से अपशिष्ट पदार्थो को बाहर निकालती है। इनको काटने पर आंखों में आंसू आ जाते हैं जो आंखों की ऊपरी परत [एपीथेलियल लेयर] को धो देती है। इसका साथी लहसुन भी अपशिष्ट पदार्थो को बाहर निकालने का काम करता है।

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